मां विंध्यवासिनी धाम के 30 स्थानों पर लग रहा है ‘म्यूरल आर्ट्स’, जानें खासियत

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Maa Vindhyavasini Dham: यूपी में मिर्जापुर के मां विंध्यवासिनी धाम में 30 स्थानों पर म्यूरल आर्ट्स लगाए जा रहे हैं, जो मां के महात्म्य और मिर्जापुर के इतिहास को दर्शाएंगे. इन चित्रों का निर्माण अहमदाबाद में हुआ…और पढ़ें
म्यूरल आर्ट्स
हाइलाइट्स
- मां विंध्यवासिनी धाम में म्यूरल आर्ट्स लगाए जा रहे हैं.
- धाम में 30 स्थानों पर भित्ति चित्र लगाए जाएंगे.
- म्यूरल आर्ट्स की कीमत करीब 3.43 करोड़ रुपये है.
मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित मां विंध्यवासिनी धाम में कॉरिडोर परिसर में भित्ति चित्र (म्यूरल आर्ट्स) लगाए जा रहे हैं. खास धातु से निर्मित म्यूरल आर्ट्स के माध्यम से मां के महात्म्य के साथ ही इतिहास की जानकारी मिल सकेगी. ऐसे में दूर से आने वाले भक्त चित्रण को देखकर ही मां की महिमा को जान सकेंगे. धाम में 30 स्थानों को चिन्हित किया गया है. इन्हीं स्थानों पर म्यूरल आर्ट्स लगाए जाएंगे. भित्ति चित्र में आध्यत्म और संस्कृति की झलक दिखेगी. मां विंध्यवासिनी के धाम में पांच भित्ति चित्र बनकर आ गई है. शेष जल्द ही आ जाएगी.
विंध्य कॉरिडोर बनने के बाद भक्तों को आस्था, आध्यत्म के साथ मिर्जापुर के इतिहास से रूबरू कराने के लिये भित्ति चित्र लगाया जा रहा है. इसमें मां विंध्यवासिनी के साथ ही अष्टभुजा और कालीखोह की महत्ता, सांस्कृतिक इतिहास, चुनार किला, कालीन व पीतल बर्तन उद्योग को चित्रित किया जाएगा. जहां चित्र को देखते ही संपूर्ण जानकारी मिल जाएगी. भित्ति चित्र लगाने में करीब 3 करोड़ 43 लाख रुपये खर्च होंगे. धाम में म्यूरल आर्ट्स का पहला खेप पहुंच गया है. वहीं, करीब 14 चित्रण जल्द ही आएंगे.
अहमदाबाद में हुई है तैयार
राजकीय निर्माण निगम की ओर से मूर्तियों को लगाया जा रहा है. खास मूर्तियों को धातु से बनाया गया है. धातु पर ही महीन नक्कासी करके इसे तैयार किया गया है. गुजरात के अहमदाबाद में मूर्तियों को बनाया गया है. काम कर रहे मजदूरों के अनुसार अभी चित्रों को फ्रेम में सेट करने के बाद पेटिंग किया जाएगा. इसके बाद इसकी चमक और खूबसूरती दोगुनी हो जाएगी.
आध्यत्मिक व पौराणिक कथाओं की मिलेगी जानकारी
डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि मां के धाम में विभिन्न प्रोजेक्ट में म्यूरल आर्ट्स एक है. इसके तहत पूरे धाम में 30 स्थानों पर चित्र लगाए जाएंगे. इसमें मां के धार्मिक कथाओं, मिर्जापुर के भौगोलिक परिदृश्य, ऐतिहासिक जानकारी व ऐतिहासिक उद्योग की जानकारी चित्र के माध्यम से मिल सकेगी. तांबे के धातु से इसका निर्माण कराया गया है. इसके अलावा धाम में अलग-अलग स्थानों पर भित्ति चित्र स्थापित किए जाएंगे.