यूपी का धाकड़ किसान! इस खेती से हर साल कर रहा 30 लाख की कमाई, 10 लोगों को दे रहा रोजगार

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Agriculture News: बलिया के रत्नाकर पांडेय ने 20 बीघे में आम, अमरूद और लीची का बगीचा लगाकर 30 लाख का मुनाफा कमाया. उन्होंने 10 लोगों को रोजगार दिया और अब 2 हेक्टेयर में और बगीचा लगाने की योजना है.
हाइलाइट्स
- रत्नाकर पांडेय ने 20 बीघे में आम, अमरूद और लीची का बगीचा लगाया है.
- बगीचे से 30 लाख का मुनाफा, 10 लोगों को रोजगार दिया.
- अब 2 हेक्टेयर में और बगीचा लगाने की योजना है.
जिले के ग्राम इंदौर परगना बांसडीह के निवासी रत्नाकर पांडेय ने लगभग 20 बीघे में आम, अमरूद और लीची का बाग यानी बगीचा लगाया है. इन्होंने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है. इनका बचपन से ही पर्यावरण और किसानी से लगाव रहा. यह बगीचा भी इनके पूर्वजों ने ही शुरू किया था. इसमें फल बहुत पहले से आ रहे हैं, क्योंकि यह पुराना बाग है. यह बगीचा कमर्शियल ढंग की खेती और कमर्शियल पैदावार के लिए लगाया गया है. हर फल शानदार होने के कारण बाजार में आसानी से बिक जाते हैं. यहां का फल न केवल बलिया बल्कि बाहर भी जाता है.
वह लीची की किस्म भारतीय लीची अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर से लाए थे. एक पेड़ से कम से कम 2 कुंतल से अधिक उत्पादन होता है. आम का पौधा इन्होंने बिहार और मुजफ्फरपुर से मंगाए हैं. आम में भी कई प्रजाति हैं जैसे – बनारसी लंगड़ा, दशहरी, चौसा और हेमसागर आदि. यह किसान प्रति हेक्टेयर लगभग आठ लाख का मुनाफा कमाता है. पूरे बगीचे से सब मिलाकर आराम से 25 से 30 लाख का मुनाफा हो जाता है. इस बगीचे में साल में एक दो बार खुदाई और सिंचाई कर दी जाती है और बंपर पैदावार मिलती है. इसके अलावा, इन्होंने अनाज की भी खेती की है.
बगीचे से ज्यादा मुनाफा होने के कारण किसान रत्नाकर पांडेय 2 हेक्टेयर में और फलों का बगीचा लगाने जा रहे हैं. इस बगीचे से इन्होंने 10 लोगों को रोजगार भी दिया है, जो समय से इसकी निराई-गुड़ाई और साफ-सफाई करते रहते हैं. यह किसान वर्तमान में सभी के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं. तमाम लोग इससे प्रेरित होकर के बाग बगीचे की तरफ आकर्षित हुए हैं. यह फिलहाल में एक विकसित किसान के रूप में फेमस हुआ है.