रोहिताश पाल केस : कहां गायब हो गया ब्लैक हुडी वाला शूटर? 12 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
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Chandauli News : रोहिताश पाल हत्याकांड को 12 दिन बीत चुके हैं, लेकिन ब्लैक हुडी पहनने वाला शूटर अब तक पुलिस की पकड़ से दूर है. 300 से अधिक CCTV फुटेज खंगालने और कई जिलों में दबिश के बावजूद आरोपी का कोई सुराग नहीं मिल सका है, जिससे जांच पर सवाल और दबाव दोनों बढ़ रहे हैं.
चंदौली : मुगलसराय में सरेराह हुई दवा कारोबारी रोहिताश पाल की हत्या के मामले में पुलिस शूटरों की पहचान अभी तक नहीं कर पाई है. हालांकि, शूटरों की तलाश में 9 टीमें लगाई गई हैं. वहीं घटना के 12 दिन बीत चुके है, इसके बावजूद पुलिस शूटर को नहीं पकड़ पाई है. इस मामले को लेकर लोकल 18 के संवाददाता ने वरिष्ठ पत्रकार नितिन गोस्वामी से बातचीत की और जाना की पुलिस की जांच कहा तक पहुंची है.
नितिन गोस्वामी ने लोकल 18 को बताया कि रोहिताश पाल मर्डर केस में 2-3 चीजें बहुत ही महत्वपूर्ण है. लोगों को समझना है कि पुलिस की बेसिक जिम्मेदारी यह होती है कि 100 अपराधी छूट जाए, लेकिन एक निर्दोष को सजा न मिले. इस बात को लेकर भी लोग सवाल उठा रहे हैं. अबतक जो CCTV फुटेज मिले है और जिस तरीके से हत्या को अनजाम दिया गया. बेहद प्रोफेशनल शूटर है जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है. उनके पास संदिग्ध अपराधियों की कुछ एक्सक्लूसिव तस्वीरें भी मौजूद हैं, जिनसे साफ होता है कि पुलिस की जांच उन्हीं संदिग्धों के इर्द-गिर्द घूम रही है. इन तस्वीरों में दो लोग दिखाई दे रहे हैं, जो घटना वाले दिन लगभग एक घंटे पहले इसी दुकान पर पहुंचे थे, फिलहाल, इन्हें ही मुख्य सस्पेक्ट माना जा रहा है, लेकिन अब तक उनकी पहचान नहीं हो सकी है.
300 फुटेज तलाशने पर दिखे 3 संदिग्ध
नितिन गोस्वामी ने बताया कि इस मामले में अब तक 300 से अधिक CCTV कैमरे खंगाले जा चुके हैं. फुटेज की जांच में तीन लोग दिखाई दे रहे हैं, जिनमें शूटर बेहद चालाक नजर आता है. उसने वारदात को अंजाम देते वक्त काले रंग की हुडी पहन रखी थी और पूरे रास्ते उसने अपनी हुडी कहीं नहीं उतारी. हर कैमरे में वह इसी हुडी में दिखाई देता है. इसके अलावा एक और संदिग्ध फुटेज में नजर आया है. वह चश्मा लगाए हुए उसी दुकान पर पहुंचा था और उसने भी ब्लैक कलर की जैकेट, टोपी और हुडी वाली जैकेट पहन रखी थी. पुलिस इस व्यक्ति को भी संदिग्ध मानकर जांच कर रही है.
शूटर की तलाश जारी
नितिन गोस्वामी ने बताया कि पूर्वांचल से लेकर प्रदेश के लगभग सभी जिलों की पुलिस से संपर्क किया जा चुका है. क्राइम पर काम करने वाले कई अनुभवी अधिकारियों और सुरमा-स्तर के अफसरों को भी जांच में जोड़ा गया है. साथ ही STF भी मामले की पड़ताल कर रही है. पुलिस ने बिहार के कुछ जिलों में भी खोजबीन की है, लेकिन अब तक शूटर की पहचान नहीं हो सकी है. पुलिस ने उन सभी अधिकारियों से भी संपर्क किया है जिन्होंने अपराध के मामलों में उल्लेखनीय काम किया है. अब यह देखना अहम होगा कि घटना के बाद जो संदेह और सवाल खड़े हुए हैं, पुलिस उन्हें अपने खुलासे से किस तरह काउंटर करती है और कितनी जल्दी शूटर तक पहुंच पाती है.
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मीडिया फील्ड में 5 साल से अधिक समय से सक्रिय. वर्तमान में News-18 हिंदी में कार्यरत. 2020 के बिहार चुनाव से पत्रकारिता की शुरुआत की. फिर यूपी, उत्तराखंड, बिहार में रिपोर्टिंग के बाद अब डेस्क में काम करने का अनु…और पढ़ें