हथियार छोड़े हैं चलाना नहीं भूले…पूर्व सैनिकों का ऐलान, पाकिस्तान की उड़ा देगा नींद

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Saharanpur News : इन सैनिकों को बस भारतीय सेना के आदेश का इंतजार है और वे भी युद्ध में उतर जाएंगे. अगर इस जंग में पूर्व सैनिकों की कहीं भी जरूरत पड़ेगी तो वे अपना सहयोग जरूर देंगे.
तीनों भारतीय सेना के पूर्व सैनिकों का ऐलान हम भी जंग में जाने के लिए है तैयार
हाइलाइट्स
- पूर्व सैनिकों ने युद्ध में शामिल होने का ऐलान किया.
- पूर्व सैनिक सेना के आदेश का इंतजार कर रहे हैं.
- युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार, राशन खरीदकर घरों में रखा.
Indo-Pak tension/सहारनपुर. पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब भारतीय सेना ने सात मई को पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक से दिया. इस बीच 1999 के कारगिल युद्ध देखने वाले पूर्व सैनिकों ने बड़ा ऐलान कर दिया है. सहारनपुर के सरसावा क्षेत्र के रहने वाले जल, थल और वायु सेना के सैनिकों ने एक स्वर में ऐलान कर दिया है कि हथियार छोड़े हैं चलाना नहीं भूले. बस भारतीय सेना के आदेश का इंतजार है और वे भी युद्ध में उतर जाएंगे. पूर्व सैनिकों ने कहा है कि 1999 की जंग में उन्हें लड़ाई का मौका नहीं मिला, लेकिन वे उस जंग के दौर से गुजरे हैं. उस वक्त अगर पाकिस्तान को माफ न किया होता तो आज यहां तक नौबत न आती.
पाकिस्तान से दो-दो हाथ सपना
सहारनपुर के पूर्व सैनिकों ने कहा है कि वे पूरी तरह से तैयार हैं. अगर देश को उनकी जरूरत पड़ेगी तो वे जरूर जाएंगे. उनका सपना है कि वे पाकिस्तान से दो-दो हाथ जरूर करें. पूर्व सैनिकों ने कहा कि उन्हें भारतीय सेना पर पूरा विश्वास है. हमारे नौजवान सैनिक इस बार पाकिस्तान को मिट्टी में मिलकर रहेंगे. भारत ने अब पाकिस्तान को नक्शे से मिटाने की तैयारी कर ली है. अगर इस युद्ध में पूर्व सैनिकों की कहीं भी जरूरत पड़ेगी तो वे अपना सहयोग जरूर देंगे.
मर मिटने का दमखम
पूर्व सैनिकों का कहना है कि इस बार सेना को एक मजबूर नेतृत्व मिला वाली सरकार मिली है. उन्होंने भी अपने घरों में जरूरत का समान खरीदकर दे दिया है. उनकी तैयारी भी पूरी है. बस इंतजार है सेना के आर्डर का, क्योंकि वे रिटायर्ड भले ही हो चुके हैं लेकिन पूरी तरह ट्रेंड है. युद्ध में क्या कुछ करना होता है, पूरी जानकारी से परिपूर्ण हैं. आज भी उनके अंदर भारत माता के लिए मर मिटने का दमखम है.