किसान मक्के के खेत में कर लें यह काम, दाने होंगे मोटे-मोटे; पूरे गांव में होगी सबसे ज्यादा पैदावार!

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Maize Farming Tips: अगर किसान कम लागत में अच्छी फसल और मक्का के दाने उच्च गुणवत्ता के चाहते है तो उन्हें अपनी खेती में कुछ बदलाव करना होगा. सबसे पहले किसान कृत्रिम खाद और कीटनाशकों का खर्च घटाएं और वर्मीवाष्प ज…और पढ़ें
वर्मीवाष्प, यानी केंचुआ खाद से निकाली गई भाप, जो फसल के लिए बहुत लाभदायक साबित होगी. यह फसल के लिए एक जैविक टॉनिक है, जो मक्का के पौधों की जड़ों को मजबूत बनाता है, पत्तों को हरा-भरा करता है और दानों की संख्या व मोटाई में जबरदस्त बढ़ोतरी करेगा.
पानी में वर्मी कम्पोस्ट डालकर उसे धीमी आंच पर लगभग 40 मिनट तक उबालें। जब भाप बनने लगे, तो उस वाष्प को ठंडा करें और छान लें. इसके बाद इस तैयार वर्मीवाष्प को छिड़काव यंत्र से मक्का की फूल निकलने की अवस्था से लेकर दाना बनने तक हर 7-10 दिन में पौधों पर छिड़कें. विशेष रूप से बालियों और पत्तों पर अच्छी तरह छिड़काव करें, जिससे मक्का की बालियों में दाने भरपूर आते है. पौधे मजबूत होते है, सूखा और रोग कम लगते है. खेत में नमी बनी रहती है, सिंचाई की जरूरत घटती है, उत्पादन 20-25% तक बढ़ता है और मुनाफा भी बढ़ता है.
क्या बोले कृषि वैज्ञानिक
कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुशील कुमार बताते हैं कि कन्नौज में किसान अब बड़े पैमाने पर मक्का की खेती कर रहे है. ऐसे में अगर किसान कम लागत में अच्छी फसल और मक्का के दाने उच्च गुणवत्ता के चाहते है तो उन्हें अपनी खेती में कुछ बदलाव करना होगा. सबसे पहले किसान कृत्रिम खाद और कीटनाशकों का खर्च घटाएं और वर्मीवाष्प जैसा देसी और असरदार तरीका अपनाएं, जिससे मक्का की फसल भी लहलहा उठेगी और दाने इतने अच्छे होंगे कि मंडी में भी तारीफ मिलेगी.