पीलीभीत में जंगल से सटे गांवों में बाघ का कहर, किसान पर किया जानलेवा हमला

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Pilibhit News: पीलीभीत के मेवातपुर बनकटी गांव में खेत की सिंचाई कर रहे किसान पर बाघ ने हमला कर उसे मार डाला. बाघ ने झाड़ियों में डेरा जमा लिया और घेराबंदी तोड़कर फिर गांव की ओर लौट आया. वन विभाग की टीम निगरानी …और पढ़ें
गांव का रुख करता बाघ.
हाइलाइट्स
- पीलीभीत के मेवातपुर बनकटी गांव में बाघ ने किसान पर हमला कर दिया.
- किसान की मौत खेत से 20 मीटर दूर झाड़ियों में हुई.
- वन विभाग की टीम बाघ की निगरानी और घेराबंदी कर रही है.
पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में जंगल से सटे एक गांव में रविवार रात दहशत गई. अब लोग अपने खेत में जाने से भी डर रहे हैं. न्यूरिया थाना क्षेत्र के मेवातपुर बनकटी गांव में एक बाघ ने खेत में सिंचाई कर रहे 33 साल के किसान मुकेश कुमार पर हमला कर उसे मार डाला. यही नहीं, बाघ उसे खींचकर खेत से 20 मीटर दूर ले गया और वहीं झाड़ियों में बैठकर अपना निवाला बनाया.
मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम
वन विभाग की टीम को सूचना दी गई, जिसके बाद पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज के अधिकारी रॉबिन सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. पगमार्क्स (पगचिह्न) ट्रेस करते हुए टीम बाघ की तलाश में लगी थी, तभी अचानक बाघ ने उन पर हमला करने की कोशिश की. हालांकि कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन टीम तुरंत सतर्क हो गई.
बाघ को नहीं पकड़ पाई वन विभाग की टीम
वन विभाग ने झाड़ियों के आसपास खाबर (लकड़ी के खंभों और जाल से बनी बाड़) लगाकर बाघ को घेरने की कोशिश की. लेकिन सोमवार देर शाम बाघ इस घेराबंदी को तोड़ता हुआ फिर गांव की ओर लौट गया. बताया जा रहा है कि बाघ गांव के आसपास के खेतों में अब भी मौजूद है और उसे लेकर गांव के लोग सहमे हुए हैं.
यह इलाका पहले भी बाघों की मूवमेंट के लिए जाना जाता रहा है, लेकिन इस बार बाघ की हिम्मत कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है. जंगल से महज 300 मीटर की दूरी पर बसे गांव में बाघ का इस तरह घुस आना और इंसान पर हमला करना बड़ी चिंता की बात है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को जल्द कुछ करना चाहिए वरना यह बाघ और किसी पर भी हमला कर सकता है.