मथुरा का ब्रज चौरासी कोस मार्ग बदहाल, खतरे के बीच हो रही परिक्रमा

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Mathura Latest News: लोकल 18 से बातचीत के दौरान गांव महोली के अर्जुन ठाकुर, तेज प्रकाश गौतम और ठाकुर मुरारी ने इस रास्ते की खराब हालत के बारे में बताया. बारिश में यह रास्ता जलमग्न हो जाता है और पैदल चलने में बह…और पढ़ें
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गांव महोली से ब्रज चौरासी कोस का पहला पड़ाव शुरू होता है.
मथुरा: मथुरा का एक गांव ऐसा है जहां ब्रज चौरासी कोस की परिक्रमा का हाल बेहद खराब है. यहां से वाहन से निकलना तो दूर, पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. बारिश के समय यह रास्ता पूरी तरह बंद हो जाता है, जिससे कई गांव का आवागमन प्रभावित होता है. आइए, जानते हैं ग्राउंड रिपोर्ट में कि यहां के गांव की इस सड़क की हालत कितनी बदतर है.
100 साल बीत जाने के बाद भी इस रास्ते का कायाकल्प नहीं हुआ है. यूपी सरकार ब्रज चौरासी कोस के तीर्थ स्थलों को जीवंत करने पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन मथुरा के गांव महोली का ब्रज चौरासी कोस का पहला पड़ाव आज भी बदहाल स्थिति में है. यहां की सड़क इतनी खराब है कि गड्ढों में सड़क है या सड़क में गड्ढे, यह पहचानना मुश्किल है. वाहन से आना तो दूर, पैदल चलना भी चुनौतीपूर्ण है.
अधिकारी ने इस सड़क की सुध नहीं ली
लोकल 18 की टीम ने यहां के हालात दिखाने के लिए ग्राउंड जीरो पर पहुंची तो राहगीर भी अपनी पीड़ा साझा करने से नहीं रुक पाए. स्थानीय लोगों का कहना है कि हजारों लोग इस रास्ते से गुजरते है, लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि या प्रशासनिक अधिकारी ने इस सड़क की सुध नहीं ली. उन्होंने बताया कि इस रास्ते से ब्रज चौरासी कोस की परिक्रमा गुजरती है, लेकिन इसकी हालत गरीब की कुटिया जैसी है. सरकारें आती-जाती रही हैं, पर इस सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है.
ब्रज चौरासी कोस का मुख्य मार्ग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गांव और सड़कें हाईटेक बनाने की बात करते हैं, लेकिन मथुरा के इस गांव का कायाकल्प 100 साल बाद भी नहीं हुआ है. इसे ब्रज चौरासी कोस का मुख्य मार्ग कहा जाता है, जो गांव महोली से शुरू होता है. ब्रज के विकास के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन इस मार्ग पर किसी का ध्यान नहीं है. 4 किलोमीटर लंबा यह मार्ग आज भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. थोड़ी सी बारिश में लोगों का निकलना दूभर हो जाता है.
मुख्यमंत्री से स्थानीय लोगों की अपील:
लोकल 18 से बातचीत के दौरान गांव महोली के अर्जुन ठाकुर, तेज प्रकाश गौतम और ठाकुर मुरारी ने इस रास्ते की खराब हालत के बारे में बताया. बारिश में यह रास्ता जलमग्न हो जाता है और पैदल चलने में बहुत परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि इस रास्ते से मां शीतला का मंदिर कुछ ही किलोमीटर दूर है, लेकिन सड़क की हालत ऐसी है कि यहां से निकलने का मन नहीं करता. तकरीबन आधा दर्जन से अधिक गांव इस रास्ते का उपयोग करते हैं, लेकिन किसी जनप्रतिनिधि या सरकारी अधिकारी ने यहां आने की जहमत नहीं उठाई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ब्रज के विकास पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं, लेकिन ब्रज चौरासी कोस का पहला पड़ाव यही से गुजरता है. यदि योगी आदित्यनाथ इस रास्ते पर ध्यान दें, तो ब्रज चौरासी कोस का पहला पड़ाव सुधर सकता है.

काशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखता हूं. मुझे बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मैंने मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत से की थी. डिजिटल में पांच साल से ज्या…और पढ़ें
काशी के बगल चंदौली से ताल्लुक रखता हूं. मुझे बिजेनस, सेहत, स्पोर्टस, राजनीति, लाइफस्टाइल और ट्रैवल से जुड़ी खबरें पढ़ना पसंद है. मैंने मीडिया में करियर की शुरुआत ईटीवी भारत से की थी. डिजिटल में पांच साल से ज्या… और पढ़ें