ये हैं दुनिया के सबसे दुर्लभ सिक्के, जिन्हें पाने के लिए लोग करते हैं मिन्नतें

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Unique Coin Collection: मेरठ के तुषार ने दुनियाभर से ऐसे दुर्लभ धार्मिक सिक्के जुटाए हैं जो लिमिटेड एडिशन में जारी हुए थे. इनमें भगवान शिव, हनुमान, बुद्ध जैसे देवी-देवताओं की आकृति वाले सोने-चांदी के सिक्के शाम…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- के मेरठ तुषार के पास दुनियाभर के दुर्लभ धार्मिक सिक्के मौजूद हैं.
- इन दुर्लभ सिक्कों में भगवान शिव, हनुमान, बुद्ध की आकृतियां हैं.
- यह सभी सिक्के चांदी, पीतल और सोने जैसी धातुओं में बने हैं.
मेरठ: भारतीय संस्कृति में त्योहारों पर खास सिक्कों का चलन पुरानी परंपरा रही है. लोग देवी-देवताओं की आकृति वाले सिक्के न सिर्फ खरीदते हैं, बल्कि उन्हें शुभ भी मानते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि भगवान की आकृति वाले सिक्के सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी बनाए जाते हैं? ऐसा ही कुछ कलेक्ट किया है मेरठ के तुषार ने, जिनके पास देश-विदेश से जुटाए गए दुर्लभ और बेहद यूनिक सिक्कों का खजाना है.
बेहद खास है सिक्को का ये कलेक्शन
लोकल 18 से बातचीत में तुषार बताते हैं कि उनके पास 100 से भी ज्यादा ऐसे सिक्के हैं जिन पर भगवान की मूर्ति, धार्मिक प्रतीक या दिव्य आकृति बनी हुई है. खास बात यह है कि ये सभी सिक्के सीमित संख्या में जारी किए गए हैं, जिससे इनका कलेक्शन और भी खास हो जाता है. उनके पास मास्क पहने हनुमान जी, महाकाल के रूप में भोले बाबा, 20 से अधिक हाथों वाले बुद्ध, और कई पौराणिक जीवों के रूप में बने सिक्के मौजूद हैं.
लोकल 18 से बातचीत में तुषार बताते हैं कि उनके पास 100 से भी ज्यादा ऐसे सिक्के हैं जिन पर भगवान की मूर्ति, धार्मिक प्रतीक या दिव्य आकृति बनी हुई है. खास बात यह है कि ये सभी सिक्के सीमित संख्या में जारी किए गए हैं, जिससे इनका कलेक्शन और भी खास हो जाता है. उनके पास मास्क पहने हनुमान जी, महाकाल के रूप में भोले बाबा, 20 से अधिक हाथों वाले बुद्ध, और कई पौराणिक जीवों के रूप में बने सिक्के मौजूद हैं.
चांदी, पीतल और सोने में बने हैं सिक्के
तुषार के अनुसार, ये सिक्के चांदी, पीतल और कभी-कभी सोने जैसी धातुओं में बने होते हैं. इनकी कीमत भले ही ज्यादा होती है, लेकिन उनका यह शौक उन्हें मानसिक संतुष्टि देता है. तुषार देशभर में आयोजित मुद्रा महोत्सवों में भी भाग लेते हैं, जहां उनका संग्रह लोगों का ध्यान खींचता है.
इन देशों के हैं खास सिक्के
तुषार के पास जो खास सिक्के मौजूद हैं, उनमें डायनासोर के आकार वाला सिक्का सबसे अनोखा माना जाता है, जिसे रिपब्लिक ऑफ चाड ने जारी किया था. इसी तरह महाकाल वाला बेहद खास सिक्का रिपब्लिक ऑफ कैमरून में साल 2025 में जारी हुआ. भगवान बुद्ध का सिक्का, जिसमें 20 से ज्यादा हाथ बने हुए हैं, जो रिपब्लिक ऑफ निउ द्वारा साल 2020 में लॉन्च किया गया था. वहीं बजरंगबली का मास्क वाला अनोखा सिक्का भी रिपब्लिक ऑफ चाड ने ही जारी किया था. इन सभी सिक्कों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इनमें धार्मिक आस्था भी जुड़ी है और साथ ही ये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सीमित एडिशन में जारी होने वाले सिक्कों में शामिल हैं, जो इन्हें और भी खास और कलेक्शन के लिहाज से दुर्लभ बना देते हैं.
तुषार के पास जो खास सिक्के मौजूद हैं, उनमें डायनासोर के आकार वाला सिक्का सबसे अनोखा माना जाता है, जिसे रिपब्लिक ऑफ चाड ने जारी किया था. इसी तरह महाकाल वाला बेहद खास सिक्का रिपब्लिक ऑफ कैमरून में साल 2025 में जारी हुआ. भगवान बुद्ध का सिक्का, जिसमें 20 से ज्यादा हाथ बने हुए हैं, जो रिपब्लिक ऑफ निउ द्वारा साल 2020 में लॉन्च किया गया था. वहीं बजरंगबली का मास्क वाला अनोखा सिक्का भी रिपब्लिक ऑफ चाड ने ही जारी किया था. इन सभी सिक्कों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इनमें धार्मिक आस्था भी जुड़ी है और साथ ही ये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सीमित एडिशन में जारी होने वाले सिक्कों में शामिल हैं, जो इन्हें और भी खास और कलेक्शन के लिहाज से दुर्लभ बना देते हैं.
क्यों है यह कलेक्शन खास?
तुषार के पास मौजूद सिक्कों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये इतने यूनिक हैं कि पूरी दुनिया में बहुत ही कम लोगों के पास ही इनकी मौजूदगी है. डायनासोर के आकार वाले सिक्के की केवल 333 प्रतियां बनाई गई थीं, जिनमें से एक तुषार के पास है. इसी तरह महाकाल स्वरूप भोले बाबा वाला सिक्का भी बेहद खास है, क्योंकि ऐसे सिर्फ 131 सिक्के ही जारी किए गए थे. भगवान बुद्ध वाला सिक्का, जिसमें 20 से ज्यादा हाथ बने हैं, उसकी कुल 199 प्रतियां ही बनाई गई थीं. वहीं मास्क वाले बजरंगबली के भी सिर्फ 688 सिक्के ही दुनियाभर में जारी हुए थे. तुषार बताते हैं कि वह लगातार नजर रखते हैं कि कब कोई नया यूनिक कलेक्शन बाजार में आता है और जैसे ही कोई सिक्का जारी होता है, वह उसे खरीदने की पूरी कोशिश करते हैं. यही वजह है कि उनका कलेक्शन दिन-ब-दिन और भी खास बनता जा रहा है.
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तुषार के पास मौजूद सिक्कों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये इतने यूनिक हैं कि पूरी दुनिया में बहुत ही कम लोगों के पास ही इनकी मौजूदगी है. डायनासोर के आकार वाले सिक्के की केवल 333 प्रतियां बनाई गई थीं, जिनमें से एक तुषार के पास है. इसी तरह महाकाल स्वरूप भोले बाबा वाला सिक्का भी बेहद खास है, क्योंकि ऐसे सिर्फ 131 सिक्के ही जारी किए गए थे. भगवान बुद्ध वाला सिक्का, जिसमें 20 से ज्यादा हाथ बने हैं, उसकी कुल 199 प्रतियां ही बनाई गई थीं. वहीं मास्क वाले बजरंगबली के भी सिर्फ 688 सिक्के ही दुनियाभर में जारी हुए थे. तुषार बताते हैं कि वह लगातार नजर रखते हैं कि कब कोई नया यूनिक कलेक्शन बाजार में आता है और जैसे ही कोई सिक्का जारी होता है, वह उसे खरीदने की पूरी कोशिश करते हैं. यही वजह है कि उनका कलेक्शन दिन-ब-दिन और भी खास बनता जा रहा है.
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