इस फूल की खेती आपका इनकम कर देगी बाग-बाग, कम जमीन वाले किसानों के लिए वरदान

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Marigold farming : निवेश का पांच गुना से भी अधिक रिटर्न. देखभाल भी ज्यादा जटिल नहीं है.
मऊ. ये जरूरी नहीं कि किसान सब्जियां और अनाज ही उगाएं, अगर उसे तरीका पता है और उसमें मेहनत करने की भूख है तो किसी भी तरह की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकता है. ऐसा ही उदाहरण है पेश किया है उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के इस किसान ने, जिसने न सिर्फ गेंदे फूल की खेती से अच्छी आमदनी का नया रास्ता खोजा, बल्कि घाटे की खेती को मुनाफे के सौदे में बदल दिया.
मऊ जिले के बड़रांव निवासी प्रगृतिशील किसान सुनील मौर्य ने जिला उद्यान अधिकारी संदीप गुप्ता से प्रेरणा लेकर गेंदे के फूल की खेती शुरू की. लोकल 18 से बात करते हुए सुनील मौर्य ने बताया कि उन्होंने इंडस कंपनी की रजनीगंधा वैरायटी को चुना और पांच बिस्वा जमीन में बेड विधि से कोकोपीट के माध्यम से खेती शुरू कर दी. सुनील बताते हैं कि अक्टूबर में लगाई गई फसल से महज दो महीने में ही तोड़ाई शुरू हो गई.
30 हजार तक आमदनी
खेती की लागत और मुनाफे की बात करें तो सुनील ने पांच से छह हजार रुपये की लागत से शुरू की खेती से चार महीने में ही 25 से 30 हजार रुपये की आमदनी हासिल कर ली. ये निवेश का पांच गुना से भी अधिक रिटर्न है. गेंदा फूल की खेती में देखभाल भी ज्यादा जटिल नहीं है. बस कभी-कभी कीड़ों से बचाव के लिए कीटनाशक का छिड़काव करना पड़ता है. हालांकि खेत में नियमित रूप से पानी देना और नमी बनाए रखना जरूरी है. हालांकि उच्च तापमान में कुछ चुनौतियां आती हैं, लेकिन विभिन्न प्रजातियों के गेंदा फूल पर इसका खास असर नहीं पड़ता.
हर समय डिमांड
उद्यान विभाग के अधिकारी नियमित रूप से फसल का निरीक्षण करते हैं और किसानों को आवश्यक मार्गदर्शन देते रहते हैं. सुनील की सफलता की कहानी दूसरे किसानों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन रही है, जो कम लागत में अधिक मुनाफे वाली खेती की तलाश में हैं. अगर आप भी कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो गेंदे की खेती करना सबसे फायदेमंद है. इसकी खेती करने के लिए आपको ज्यादा परेशान नहीं होना है और न ही इसमें बीज के अलावा किसी प्रकार की कोई अतिरिक्त लागत आती है. बस समय-समय पर एक या दो छिड़काव करना पड़ेगा. गेंदे की खेती के लिए खेत में नमी बनाए रखना होगा. गेंदा एक ऐसा फूल है जिसकी मार्केट में हर समय डिमांड बनी रहती है.
Mau,Uttar Pradesh
January 14, 2025, 16:31 IST