प्रिंसिपल की विदाई में बच्चों के साथ फूट-फूट कर रोए गांव के लोग, देखें बस्ती का वीडियो

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Basti news in hindi today: बच्चे मन के सच्चे ऐसे ही नहीं कहे जाते हैं बल्कि वो होते ही सच्चे हैं. खासतौर से उन लोगों के लिए औऱ सच्चे होते हैं जो उन्हें बच्चों की तरह ही प्यार औऱ दुलार देते हैं.
Viral video
बस्ती: कई बार टीचर और बच्चों के बीच लगाव के ऐसे वीडियो सामने आते हैं जिसे देखने वाले खुद रोने लग जाते हैं. ऐसा ही एक वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जहां अपने टीचर को लिपट बच्चे रो रहे हैं. ग्रामीण इलाकों के बच्चों का अपने टीचर के प्रति ऐसा लगाव देख वीडियो देखने वाले भी भावुक हो रहे हैं. मामला बस्ती जनपद के हर्रैया ब्लॉक स्थित कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय बड़ेरिया कुंवर का है.
स्कूल में बुधवार को एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने सभी को भावुक कर दिया. विद्यालय में वार्षिकोत्सव के मौके पर रिटायर प्रिसिंपल सत्यराम वर्मा के विदाई का भी आयोजन किया गया, जिससे सभी की आंखों में आंसू बह रहे थे. विदाई में बच्चों के साथ ग्रामीणों का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. प्रधानाध्यापक ने 31 मार्च को 34 वर्षों की सेवा पूरी कर सेवानिवृत्ति प्राप्त की. इस अवसर पर जनपद के हर्रैया विधानसभा के विधायक अजय सिंह ने उन्हें सम्मानित भी किया.
जब प्रधानाध्यापक सत्यराम वर्मा की विदाई का समय आया तो विद्यालय के बच्चों ने उनसे लिपटकर रोना शुरू कर दिया. वे अपने शिक्षक को स्कूल से जाते हुए देख नहीं पा रहे थे. रिटायरमेंट के बाद भी बच्चों का यह अपार प्रेम और गुरु से जुड़ी उनकी भावनाओं को देख प्रधानाध्यापक की आंखों में भी आंसू आ गए. सत्यराम वर्मा बच्चों को समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन बच्चों का दिल भर चुका था और वे उन्हें स्कूल से जाने नहीं देना चाहते थे. विदाई समारोह के बाद बच्चों के चेहरे पर उदासी थी, लेकिन उनके दिलों में अपने गुरु के प्रति गहरी श्रद्धा और सम्मान था.
आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधायक अजय सिंह ने प्रधानाध्यापक सत्यराम वर्मा के समर्पण और उनके उत्कृष्ट कार्य की सराहना करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. उन्होंने कहा सत्यराम वर्मा ने अपनी पूरी जिंदगी बच्चों की शिक्षा में समर्पित की है. वह न केवल एक शिक्षक बल्कि बच्चों के लिए एक मार्गदर्शक और अभिभावक की तरह थे. विधायक ने अन्य शिक्षकों से भी सत्यराम वर्मा से प्रेरणा लेने की बात कही और कहा कि परिषदीय शिक्षक की मेहनत और संघर्ष के कारण आज बच्चे नवोदय विद्यालय, छात्रवृत्ति और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर रहे हैं.