महराजगंज के बच्चे ने बना दिया ऐसा हाथ, दिव्यांग भी करने लगेंगे काम

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Maharajganj News: दिव्यांगों को रोजाना के काम काज में तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है. ऐसा जरूरी नहीं है कि हमेशा लोग उनकी मदद के लिए उपलब्ध हों. ऐसे में….
आर्टिफिशियल हैंड
महराजगंज: दिव्यांग लोगों को दैनिक जीवन के तमाम काम करने में भारी दिक्कतें होती हैं. उनके जीवन को आसान बनाने के लिए वैज्ञानिक, कंपनियां और देश के तमाम युवा अपने स्तर पर तरह-तरह के प्रयास करते रहते हैं. अब महराजगंज जिले के स्टर्लिंग पब्लिक स्कूल के एक बच्चे ने एक ऐसा आर्टिफिशियल हाथ बनाया है जो दिव्यांगों के लिए काफी उपयोगी साबित होगा.
संस्कार मिश्रा नाम के कक्षा 8 के स्कूली बच्चे ने दिव्यांगों की दिक्कतों को आसान बनाने के लिए एक आर्टिफिशियल हाथ बनाया है. यह काफी कारगर साबित हो सकता है. उन्होंने इस प्रोजेक्ट को अपने स्कूल में हुए साइंस कार्निवल के दौरान बनाया जो खूब पसंद किया गया. संस्कार ने इस बायोनिक आर्म (कृत्रिम हाथ) को बनाया है. संस्कार के पिता एक बैंक कर्मचारी हैं जो प्रतापगढ़ में कार्यरत हैं. विद्यालय की मदद से इन्होंने जो बायोनिक आर्म तैयार किया है उसमें प्रयोग होने वाला मैटेरियल विद्यालय के एटीएल लैब से प्रोवाइड किया गया है.
दिव्यांग लोगों के लिए बनाया बायोनिक आर्म
संस्कार मिश्रा ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि उन्होंने बायोनिक आर्म ऐसे दिव्यांगों के लिए बनाया है जिनके हाथ नहीं होते. उन्हें ध्यान में रखकर इसे तैयार किया गया है. इस बायोनिक आर्म से दिव्यांगों को काफी मदद मिलेगी और वह दूसरे सामान्य लोगों की तरह दोनों हाथ से काम कर सकेंगे.
उन्होंने बताया कि दुनिया के अलग-अलग देश में ऐसे बहुत से आर्टिफिशियल डिवाइस बनाए जाते हैं जो दिव्यांग लोगों की मदद करते हैं. इन्हीं को देखकर उनके मन में यह विचार आया कि वह भी ऐसे लोगों के लिए कुछ अलग इनोवेशन करें जिससे उन्हें मदद मिल सके. संस्कार मिश्रा बताते हैं कि इस बायोनिक आर्म को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि एक हाथ के इशारे से यह बायोनिक आर्म परफॉर्म करता है. छोटे-छोटे तकनीकी का प्रयोग कर उन्होंने इसे तैयार किया है जो एक बायोनिक फॉर्म के रूप में काम कर रहा है.
खूब पसंद किया जा रहा है यह प्रोजेक्ट
संस्कार मिश्रा ने जो बायोनिक आर्म बनाया है वह एक रोबोटिक हाथ की तरह दिखता है और ठीक उसी तरह काम भी करता है. उनके इस प्रोजेक्ट की खूब तारीफ हो रही है और काफी पसंद किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसे कोडिंग के जरिए और हार्डवेयर के जरिए तैयार किया गया है.