दोस्तों के साथ मिलकर करता है आवारा पशुओं का इलाज, सड़क पर घूम रही गाय को खिलाता है चारा, जानें कौन है बरेली का यह युवक

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Bareilly Latest News: बरेली के अभिषेक ने गौ सेवा को अपने जीवन का प्रण मानकर शहर की गायों और अन्य पशुओं की सेवा शुरू की है. वे दोस्तों के साथ मिलकर घायल जानवरों का इलाज कराते हैं और उन्हें खाना खिलाते हैं.
आवारा पशुओं की करते हैं अभिषेक चिकित्सा एवं खाने पीने की व्यवस्था.
बरेलीः गौ सेवा केवल मात्र एक परंपरा ही नहीं बल्कि हमारे संस्कारों की पहचान को बताता है. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार गौ सेवा करने से समस्त देवी देवताओं की सेवा करने का पुण्य मिलता है. यदि हम देखें तो आज के समय में लोग दोस्तों के साथ पार्टी, घूमने फिरने में तो हजारों रुपए वेस्ट कर देते हैं. लेकिन कोई भी उन बेजुबान जानवरों के बारे में नहीं सोचता है. और उन्हें ऐसे ही रोड पर खुला घूमने में रहने देते हैं. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं बरेली के एक ऐसे ही बेटे के बारे में इसने गौ सेवा को अपने जीवन का प्रण मानकर शहर की गायों की सेवा करने का प्रण लिया है. वह अपने दोस्तों के साथ मिलकर शहर की गायों की सेवा कर रहा है. जी हम बात कर रहे हैं नाथ नगरी बरेली के रहने वाले अभिषेक की जो की गायों के साथ-ही-साथ शहर में घूमने वाले सभी पशुओं की सेवा कर रहा है.
आखिर कैसे करते हैं जानवरों की सेवा
अभिषेक ने लोकल 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि वह अपने दोस्तों के साथ मिलकर शहर के सभी गाय या कोई अन्य आवारा पशु उनकी सेवा करते हैं. उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर शहर के अलग-अलग जगह पर घूम कर जो भी कोई उन्हें आवारा जानवर या पशु मिलता है जिसे किसी प्रकार की कोई चोट लगी हो या शरीर में या कोई अन्य परेशानी है, तो वह लोग मिलकर उसे डॉक्टर के यहां लेकर जाते हैं और उसका इलाज कराते हैं. या फिर कोई छोटी-मोटे चोट हो तो उसे तुरंत दवा उपचार करते हैं साथ ही इन जानवरों को वह लोग मिलकर खाना भी खिलते हैं . इसके अलावा हम लोग प्रतिदिन इन जानवरों को खाना भी खिलते हैं.
कैसे शुरू की बेजुबान जानवरों की सेवा
अभिषेक बताते हैं कि वह अपने दोस्तों के साथ बैठे थे तभी उन्होंने देखा कि आसपास इतने बेजुबान जानवर घूम रहे हैं. ना तो उन्हें कोई खाना देने वाला है और नहीं उनकी कोई सेवा करने वाला है. कई जानवर तो ऐसे होते हैं जिन्हें कहीं चोट लग जाए और उससे न सिर्फ उन जानवरों को दिक्कत होती है बल्कि उनके बैक्टीरियां हम लोगों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं. तभी हमने अपने दोस्तों के साथ मिलकर सोचा कि हम लोग अगर इस जानवरों के लिए कुछ कर पाए तो वह अच्छा होगा. इसलिए हम लोगों ने मिलकर इन जानवरों की सेवा करना शुरू कर दी और हमारी टीम से जितना हो पाता है हम लोग मिलकर इन जानवरों की सेवा करते हैं. हम लोग पिछले 3 महीने से जानवरों की सेवा आ रहे हैं और हमारे टीम का विचार है कि हम आजीवन इन बेजुबान जानवरों की सेवा करते रहे.
न्यूज18 हिंदी डिजिटल में कार्यरत. वेब स्टोरी और AI आधारित कंटेंट में रूचि. राजनीति, क्राइम, मनोरंजन से जुड़ी खबरों को लिखने में रूचि.
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