Ground Report : शाहजहांपुर की गौशाला या बूचड़खाना? कुत्ते नोच रहे मृत गोवंश… वायरल वीडियो से उठे कई सवाल

Last Updated:
Shahjahanpur News : शाहजहांपुर की गौशाला में गायों की दुर्दशा, गोबर मिला चारा खाने से बीमार गायें मर रही हैं. आवारा कुत्ते मृत गायों को नोच रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि गौशाला में गायों का संरक्षण नहीं, हत्…और पढ़ें
गौशाला
हाइलाइट्स
- गौशाला में गायों को गोबर मिला चारा दिया जा रहा है.
- बीमार गायों को आवारा कुत्ते नोच रहे हैं.
- ग्राम प्रधान और सचिव की लापरवाही से स्थिति बिगड़ी.
शाहजहांपुर : उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक ग्राम पंचायत में बनी गौशाला में गौवंश की दुर्दशा देखकर आपका मन विचलित हो उठेगा. यहां गायों को संरक्षण देने के नाम पर उनके साथ क्रूर मजाक किया जा रहा है. कहने को तो गौवंश को आश्रय देने के उद्देश्य से यह गौशाला बनाई गई थी. लेकिन यहां की वास्तविकता कुछ और ही बयां करती है. लगभग 100 की संख्या में गौवंश यहां मौजूद है, लेकिन उनके लिए हरे चारे की कोई व्यवस्था नहीं है.
जमीनी स्तर पर भारी लापरवाही
गौरतलब है कि विकासखंड क्षेत्र सिंधौली की ग्राम पंचायत बढ़ेला में बनी गौशाला की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है. एक तरफ सरकार गौवंश के संरक्षण के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, वहीं दूसरी तरफ जमीनी स्तर पर इस तरह की लापरवाही और उदासीनता देखने को मिल रही है. सवाल यह उठता है कि आखिर इन बेजुबान जानवरों की मौत का जिम्मेदार कौन है?
ग्रामीण ज्ञान सिंह का आरोप है कि ग्राम प्रधान और सचिव की घोर लापरवाही के चलते गौशाला में यह स्थिति पैदा हुई है. न तो गायों के लिए पर्याप्त चारा उपलब्ध कराया जा रहा है, और न ही बीमार गायों का कोई इलाज हो रहा है. ऐसा लगता है कि गौशाला गौवंश के संरक्षण के बजाय उनकी मौत का ठिकाना बन गई है. यहां गायों की देखभाल के लिए गोपालकों की संख्या भी कम है. बीमार गायों को समय पर उपचार नहीं मिल रहा है. लोग निराश्रित और सड़कों पर घूम रही गायों को गौशाला पहुंचाते हैं लेकिन यहां गायों को संरक्षण की बजाय उनकी हत्या हो रही है.
जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े मयंक सिंह का कहना है कि यहां लगातार गए मर रही हैं गायों को गोबर मिला हुआ भूसा दिया जाता है. जिससे उनकी तबीयत बिगड़ रही है. वह यहां गायों को देखने आए थे तब झाड़ियां से कौवे और कुत्तों की आवाज आ रही थी. झाड़ियां में जाकर देखा तो गोवंश मृत पड़े हुए हैं. जिनको कुत्ते नोच रहे थे. भयावह स्थिति को देखकर उन्होंने वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इसके बाद अधिकारी और डॉक्टर आए थे तो बीमार गायों को इलाज किया गया. लेकिन वह मांग करते हैं कि मामले में जांच कर कर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई.
मुख्यमंत्री का सपना हो साकार
ग्रामीण सुधीर सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संरक्षण की बात कर रहे हैं लेकिन यहां गौशाला में व्यवस्थाएं नाकाफी हैं. यहां पशुओं को सिर्फ गोबर मिला हुआ भूसा दिया जा रहा है. पशुओं के लिए दाने की व्यवस्था नहीं है. हरा चारा तो पशुओं को नसीब ही नहीं होता, जिम्मेदार लोग लापरवाह है. यह वाकई में बहुत दुखद और शर्मनाक स्थिति है. जिला प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेकर और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करे ताकि गौवंश को इस नारकीय जीवन से मुक्ति मिल सके.