ऐसे करें हरी मिर्च की खेती, 1 रुपये में मिलेगा पौधा, किसान हो जाएंगे मालामाल!

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ऐसे करें हरी मिर्च की खेती, 1 रुपये में मिलेगा पौधा, किसान हो जाएंगे मालामाल!


बागपत: बागपत के किसानों के लिए अच्छी खबर है. अब उन्हें ज्यादा आमदनी कमाने के लिए न तो ज्यादा पैसा लगाना पड़ेगा और न ही सालों तक इंतजार करना होगा. खेकड़ा तहसील क्षेत्र में सरकार ने एक हाईटेक नर्सरी बनवाई है, जहां से किसान सिर्फ 1 रुपये में हरी मिर्च का पौधा खरीद सकते हैं. ये कोई आम पौधे नहीं, बल्कि 100% उपजाऊ और जल्दी फल देने वाले हाईब्रिड किस्म के पौधे हैं.

फिलहाल नर्सरी में 5 हजार पौधे तैयार किए गए हैं, जिन्हें किसानों में बांटा जा रहा है. इसके लिए किसानों को सिर्फ अपना आधार कार्ड और खतौनी जमा करनी होगी. इसके बाद उन्हें सिर्फ 1 रुपये प्रति पौधे की दर से मिर्च के पौधे मिल जाएंगे.

कम समय में तैयार होते हैं ये पौधे
नर्सरी के प्रभारी अरुण कुमार ने लोकल18 को बताया कि ये पौधे खास तकनीक से तैयार किए गए हैं, जिनमें बीमारी का असर बेहद कम होता है और उत्पादन क्षमता बहुत ज्यादा होती है. ये पौधे कम समय में तैयार होकर अच्छी मात्रा में फल देते हैं, जिससे किसान कम समय में अच्छी आमदनी कर सकते हैं.

हरी मिर्च की मार्केट डिमांड हमेशा बनी रहती है. इसलिए किसानों को मंडियों में बेचने में कोई दिक्कत नहीं होगी. अगर एक किसान 100 से 200 पौधे भी लगाता है, तो कुछ ही समय में अच्छी क्वालिटी की मिर्च पैदा कर सकता है, जो बाज़ार में अच्छे दामों पर बिकेगी.

किसानों की जेब पर नहीं पड़ेगा बोझ
इस योजना की खास बात ये है कि इसमें किसानों को ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ता. जहां प्राइवेट नर्सरियों में एक पौधा 5 से 10 रुपये तक का मिलता है, वहीं सरकार की इस हाईटेक नर्सरी में महज 1 रुपये में एक पौधा मिल रहा है. इससे किसानों का खर्च घटेगा और मुनाफा बढ़ेगा.

प्रभारी अरुण कुमार का कहना है कि यह किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में सरकार का एक ठोस प्रयास है. जो किसान छोटे स्तर पर खेती कर रहे हैं, उनके लिए यह योजना बेहद लाभदायक है.

खेतों से लेकर मंडियों तक मिलेगी मजबूती
हरी मिर्च जैसी नकदी फसल किसानों को सीजनल आमदनी देती है. खास बात यह भी है कि ये पौधे कम जगह में लगाए जा सकते हैं, जिससे छोटे किसान भी इसका भरपूर फायदा उठा सकते हैं. उत्पादन जितना अच्छा होगा, मार्केट में उतनी अच्छी कीमत मिलेगी. इससे सीधे तौर पर किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी.

बागपत जिले में ऐसे प्रयास अगर लगातार होते रहे, तो किसानों को न केवल तकनीकी जानकारी मिलेगी बल्कि खेती को एक फायदे का सौदा भी बनाया जा सकेगा.



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