Ganga Expressway: कानपुर, प्रयागराज समेत कई शहरों को मिलेगा नए साल का गिफ्ट
नई दिल्ली. दिल्ली से कानपुर, प्रयागराज समेत कई शहरों के लिए अपने वाहनों से जाने वालों के लिए खुशखबरी है. उन्होंने दिल्ली आगरा एक्सप्रेस का विकल्प मिलने जा रहा है. वाहन चालक दिल्ली से सीधा एक्सप्रेसवे से प्रयागराज तक पहुंच सकेंगे. इसमें उनका समय और पैसा दोनों बचेगा. बताया जा रहा है कि जनवरी में लोगों के लिए एक्सप्रेसवे खोल दिया जाएगा. जिससे आना जाना आसान हो जाएगा.
उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के सबसे लंबे 594 किमी गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण करा रही है. जिसका काम करीब करीब पूरा हो गया है. इस महीने इसका ट्रायल शुरू हो जाएगा. ट्रायल पूरा होने के बाद अगले माह आम लोगों के लिए इसे खोले जाने की उम्मीद है.
इन शहरों के लोगों को होगा फायदा
यह एक्सप्रेसवे प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरेगा. यानी इन सभी जिलों के लोगों को राहत मिलेगी. इसमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज हैं. मेरठ-बदायूं सेक्शन पहले ही काफी हद तक तैयार हो चुका है. वहीं उन्नाव-हल्द्वानी सेक्शन में केवल पांच प्रतिशत काम चला हुआ है.
इस तरह सफर होगा आसान
अभी दिल्ली से कानपुर, प्रयागराज और आसपास के तमाम शहरों के लिए जाने के लिए वाहन चालकों को ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, आगरा एक्सप्रेसवे और ताज एक्सप्रेस के बाद एनएच पर उतरना पड़ता है, जो इटावा होकर जाता है. इस तरह दो तीन एक्सप्रेसवे और एनएच होकर सफर पूरा करना पड़ता है.
इस तरह सफर होगा आसान
दिल्ली के लोग किसी भी कोने से रिंग रोड होते हुए निजामुद्दीन पहुंचेंगे. वहां से सीधा मेरठ एक्सप्रेस होते हुए मेरठ तक का सफर पूरा करेंगे और यहीं से गंगा एक्सप्रेसवे शुरू होता है. उसमें जाकर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे. इस तरह केवल दो एक्सप्रेसवे से वो सफर पूरा कर सकेंगे.
इस तरह बचेगा समय
अभी वाहन चालकों को आगरा एक्सप्रेसवे, ताज एक्सप्रेसवे और एनएच से गुजरने के लिए अलग अलग टोल चुकाना होता है. लेकिन गंगा एक्सप्रेस बनने के बाद केवल दो जगह ही टोल चुकाना होगा. इससे वाहन चालकों का पैसा और समय दोनों बचेगा.
काम हो चुका है पूरा
मेरठ के तहत 22 किमी. का हिस्सा अक्तूबर में ही पूरा हो चुका है. यहां खड़खड़ी के पास टोल भी बनकर तैयार है. जहां से एक्सप्रेसवे शुरू हो रहा है. एक्सप्रेसवे को छह लेन का बनाया गया है. लेकिन इसका डिजाइन इस तरह किया जा रहा है कि भविष्य में इसे आठ लेन का किया जा सकता है. मेरठ से बदायूं तक के एक पैकेज में 130 किमी की लंबाई में 125.5 किमी. का काम पूरा हो गया है. इस तरह एक्सप्रेसवे का काफी हद तक काम पूरा हो चुका है.
यहां पर बनेगा लिंक एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेस वे को पश्चिमी यूपी के अन्य जिलों से जोड़ने के लिए करीब 91 किमी लंबा फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे भी बनाया जा रहा है. इस 90.838 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेसवे के बनने होने से कई जिले आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे और प्रयागराज से मेरठ गंगा एक्सप्रेस वे से सीधा जुड़ जाएंगे. फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे इटावा, कन्नौज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद से शाहजहांपुर और हरदोई से जुड़ेगा. कन्नौज और मैनपुरी के बीच यह लिंक एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से जुड़ जाएगा. इस तरह एक एक्सप्रेसवे कई राज्यों को फायदा देने वाला है. लिंक एक्सप्रेसवे बनने से बुंदेलखंड से लेकर देहरादून तक के लोगों को फायदा मिलेगा.
नए साल मिलेगा गिफ्ट
सरकार लोगों को नए साल का गिफ्ट देने की तैयारी कर रही है. पूर्व में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री समीक्षा करते हुए इसे हर हाल में इस साल पूरा करने के निर्देश दिए हैं. इस तरह दिसंबर में काम पूरा हो जाएगा और अगले साल में इसके उद्घाटन की संभाववना है.