बस 15 दिन, फिर खुद का बिज़नेस! सरकार दे रही स्कॉलरशिप और लोन दोनों

0
बस 15 दिन, फिर खुद का बिज़नेस! सरकार दे रही स्कॉलरशिप और लोन दोनों


मथुरा: उत्तर प्रदेश सरकार अब युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई रोजगारपरक योजनाएं चला रही है. खास बात यह है कि इन योजनाओं में स्किल डेवलपमेंट के साथ-साथ स्वरोजगार शुरू करने के लिए आर्थिक मदद भी दी जा रही है. इन्हीं प्रयासों के तहत उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग विभाग भी लगातार ऐसे कार्यक्रम चला रहा है, जिससे युवाओं को हुनर सिखाकर उन्हें रोजगार के काबिल बनाया जा सके.

खादी ग्रामोद्योग विभाग की इन योजनाओं का मकसद है कि जिस युवा को जिस क्षेत्र में रुचि हो, उसे उसी क्षेत्र में मुफ्त प्रशिक्षण दिया जाए और फिर लोन, सब्सिडी और अन्य सहायता के जरिए उसकी खुद की आजीविका शुरू करवाई जाए.

ट्रेनिंग के साथ मिलेगी स्कॉलरशिप भी
उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग विभाग की ओर से विभिन्न ट्रेडों में युवाओं को 15 दिवसीय स्किल ट्रेनिंग दी जा रही है. इस दौरान उन्हें रोज सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ट्रेनिंग दी जाती है. सिलाई-कढ़ाई, ब्यूटीशियन कोर्स, हवाई जहाज या अन्य संस्थानों में नौकरी की तैयारी, सभी क्षेत्रों में इच्छुक युवा प्रशिक्षण ले सकते हैं.

गांव अडिंग स्थित मंडल ग्राम उद्योग प्रशिक्षण केंद्र के प्राचार्य संजय कुमार वर्मा ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि जिन युवाओं को जो भी क्षेत्र पसंद है, उन्हें उसी के अनुसार ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग के दौरान हर दिन कुछ नया सिखाया जाता है, जिससे उनका स्किल डेवलपमेंट हो सके. इसके साथ ही प्रशिक्षण लेने वाले लाभार्थियों को ₹3750 की स्कॉलरशिप भी दी जाती है.

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद ही मिलेगा ट्रेनिंग का मौका
अगर कोई युवा इस ट्रेनिंग का लाभ उठाना चाहता है तो उसे जिला खादी ग्रामोद्योग कार्यालय में जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा. रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक बैंक पासबुक की कॉपी जमा करनी होती है. पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी होते ही चयनित अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता है.

रोजगार शुरू करने के लिए मिल रहा है लोन और सब्सिडी
प्राचार्य संजय वर्मा ने बताया कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) और राज्य खादी बोर्ड (KVIB) की ओर से भी कई प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. इनका मकसद है कि कारीगरों और छोटे उद्यमियों को पारंपरिक और आधुनिक तकनीकों में प्रशिक्षित किया जाए, ताकि वे खुद का रोजगार शुरू कर सकें और अपने उत्पादों की क्वालिटी भी बेहतर बना सकें.

ट्रेनिंग के दौरान लाभार्थियों को उत्पादन की प्रक्रिया, मार्केटिंग और बिक्री की पूरी जानकारी दी जाती है. इसके बाद जब वे स्वरोजगार शुरू करना चाहें, तो उन्हें केवीआईसी और खादी बोर्ड की ओर से अनुदान, सब्सिडी और बैंक लोन के रूप में वित्तीय सहायता भी दी जाती है.

कैसे करें आवेदन?
अगर आप खादी ग्रामोद्योग विभाग की ट्रेनिंग योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो इसके लिए अपने जिले के खादी ग्रामोद्योग कार्यालय में जाकर पूरी जानकारी ले सकते हैं. इच्छुक युवक-युवतियां kvic.gov.in वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण भी कर सकते हैं या फिर अपने नजदीकी केवीआईसी कार्यालय से संपर्क कर आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक पासबुक की प्रति देना जरूरी है. एक बार चयन हो जाने के बाद अभ्यर्थियों को 15 दिनों की मुफ्त प्रशिक्षण सुविधा दी जाती है और उन्हें ₹3750 की स्कॉलरशिप भी प्रदान की जाती है.



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *