लग्जरी घर हुआ पुराना, अब है लाइफस्टाइल होम्स का जमाना, नहीं पता? तो जान लो

नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे इलाकों में कामकाजी प्रोफेशनल्स, कारोबारी और हाई-इनकम ग्रुप के लोगों की एक बड़ी आबादी रह रही है. यही वजह है कि यहां डेवलपर्स लग्जरी होम्स सेगमेंट से आगे लाइफस्टाइल होम्स बेच रहे हैं और भारी डिमांड को देखते हुए इसे कंसेप्ट लिविंग की तरह पेश कर रहे हैं. लाइफस्टाइल घरों के सेगमेंट में अब जो सुविधाएं डिमांड में हैं, वे पहले सिर्फ 5-स्टार होटल या हाई-एंड क्लब में देखने को मिलती थीं. अब वही सुविधाएं इन रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बन चुकी हैं. आइए जानते हैं क्या होते हैं लाइफस्टाइल होम्स..
लोग अब हेल्थ के प्रति काफी सजग हो गए हैं. ऐसे में एक्यूप्रेशर पाथ, मेडिटेशन एरिया, योगा लॉन और थेरैप्यूटिक गार्डन जैसी सुविधाएं खास पसंद की जा रही हैं. यह न सिर्फ शरीर के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि एक मानसिक शांति भी प्रदान करती हैं. रियल एस्टेट डेवलपर्स की संस्था क्रेडाई वेस्टर्न यूपी के अध्यक्ष दिनेश गुप्ता के अनुसार पिछले कुछ सालों में हमने अनुभव किया है कि रियल एस्टेट अब बस घर बनाने तक ही सीमित नहीं रह गया है. लोगों को बड़े घर के साथ बेहतर सुविधाएं भी चाहिए. यही कारण है कि हम क्रेडाई की मीटिंग्स में नए प्रयोगों और कैसे उपभोक्ताओं को बेहतर आवास का अनुभव दिया जा सकता है इसपर चर्चा करते हैं क्योंकि आज के होम बायर की अपेक्षाएं पहले से कहीं अधिक विविध और व्यावहारिक हो गई हैं. अब सिर्फ फ्लैट का आकार या लोकेशन ही काफी नहीं है.
मिनी थिएटर और एंटरटेनमेंट एरिया:
वीकेंड पर फैमिली और दोस्तों के साथ मनोरंजन अब सोसायटी की दीवारों के भीतर ही मुमकिन हो रहा है. मिनी मूवी थिएटर, डिजिटल गेमिंग ज़ोन और म्यूजिक लाउंज जैसी सुविधाएं अब नई जरूरत बन चुकी हैं. रेनॉक्स ग्रुप के चेयरमैन शैलेंद्र शर्मा के अनुसार अब ग्राहक सिर्फ चार दीवारों वाला घर नहीं चाहता. वह एक ऐसा स्पेस चाहता है जो उसके पूरे परिवार के लिए आराम, मनोरंजन, स्वास्थ्य और सुरक्षा का पैकेज हो. पहले जो चीजें ‘अतिरिक्त सुविधाएं’ मानी जाती थीं, अब वे जरूरी हो चुकी हैं और हर प्रोजेक्ट कुछ खास ऑफर कर रहा है. खासकर कोविड के बाद यह बदलाव बहुत तेजी से आया है जहां घर के साथ लोग सोसाइटी के अंदर मिलने वाली सुविधाओं के आधार पर भी घर का चुनाव कर रहे है.
पहले मेहमानों के रुकने के लिए अतिरिक्त कमरे की चिंता होती थी, लेकिन अब कई सोसायटीज में अलग से गेस्ट सुइट बनाए जाते हैं जहां आपकी अनुपस्थिति में भी आपके मेहमान आराम से रह सकते हैं. यह सुविधा खासकर उन परिवारों के लिए फायदेमंद है जो बाहर से आने वाले रिश्तेदारों या दोस्तों के लिए व्यवस्था करना चाहते हैं.
स्मार्ट होम फीचर्स और डिजिटल सेफ्टी
टेक्नोलॉजी की मदद से अब घरों को स्मार्ट बनाया जा रहा है. वॉइस कमांड एण्ड मोशन सेंसर से लैस लाइट्स, एसी और टीवी कंट्रोल करना, वीडियो डोर बेल, फेस रिकग्निशन एंट्री, डिजिटल लॉक और सेंट्रलाइज्ड सिक्योरिटी अब आम सुविधाओं में शामिल हो चुके हैं. डिलिजेंट बिल्डर्स के सीओओ ले.कर्नल अश्वनी नागपाल (रि) के अनुसार ‘आज का परिवार घर को अपनी पहचान से जोड़कर देखता है. सुविधा, शांति और सुरक्षा से रहने के लिए खर्च करने को तैयार है. ऐसे में हमें सोचना पड़ता है कि कैसे हम एक ही परिसर में सभी वर्ग और उम्र के लोगों के लिए उनके पसंद का ज़ोन बना सकें.’
अब लोग अपने ही कैंपस में हेल्दी फूड और कैफे कल्चर का आनंद उठाना चाहते हैं. इसलिए क्लबहाउस में कैफे, हेल्थ जूस बार, डायटिशियन काउंटर जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं. आरजी ग्रुप के डायरेक्टर हिमाशु गर्ग के अनुसार अब खरीदार प्राइस नहीं, वैल्यू पर फोकस करता है.वो देखता है कि उसे अपने निवेश के बदले क्या-क्या अतिरिक्त अनुभव मिल रहा है. अगर ₹1 करोड़ में घर ले रहा है, तो वह यह जरूर पूछेगा कि क्या इसमें क्लबहाउस है, क्या वॉकिंग ट्रेल है, क्या बच्चों के लिए इनोवेटिव एक्टिविटी ज़ोन है? सिर्फ बिल्डिंग खड़ी कर देने से अब ग्राहक नहीं जुड़ता. आपको उसे एक बेहतर जीवन का वादा और उसकी झलक दोनों देनी पड़ती है.
स्पोर्ट्स और फिटनेस फैसिलिटी
इनडोर बैडमिंटन कोर्ट, टेबल टेनिस, स्विमिंग पूल, स्केटिंग एरिया, जॉगिंग ट्रैक, साइकलिंग ट्रेल और जिम जैसी सुविधाएं पहले केवल बड़े क्लब्स में होती थीं, लेकिन अब हर प्रीमियम प्रोजेक्ट में यह अनिवार्य बन गई हैं.
बच्चों और पालतू जानवरों के लिए अलग-अलग थीम आधारित स्पेस बनाए जा रहे हैं. बच्चों के लिए इनोवेटिव प्ले एरिया, लाइब्रेरी और आर्ट ज़ोन बनाए जाते हैं, वहीं पेट ओनर्स के लिए डॉग पार्क और वेटनरी केयर सपोर्ट जैसे फीचर भी जोड़े जा रहे हैं.
क्यों बढ़ी है यह मांग?
काम और जीवन का संतुलन: आज के पेशेवर लोग काम के साथ-साथ अपनी निजी जिंदगी को भी महत्व दे रहे हैं. उन्हें ऐसा घर चाहिए जो उन्हें शांति, आराम और आत्मनिर्भरता दे सके.
सोशल स्टेटस: लग्जरी सुविधाएं अब सिर्फ सुख-सुविधा नहीं, बल्कि सामाजिक प्रतिष्ठा का प्रतीक भी बन चुकी हैं. खासकर युवा खरीदार वर्ग अब खुद को एक प्रीमियम ब्रांड का हिस्सा महसूस करना चाहता है.
नोएडा की कुछ सोसायटी जहां दी जा रहीं ये सुविधाएं
एटीएस नाइटब्रिज, सेक्टर 124- यहां लोगों को प्राइवेट लिफ्ट लॉबी, मिनी थिएटर, क्लब हाउस, रिवर व्यू लाउंज, आर्ट गैलरी जैसी सुविधाएं मिलती हैं जो आर्ट लवर्स को बेहद भाती हैं. एक टॉवर के एक फ्लोर पर एक ही अपार्टमेंट यहां की लिविंग को और खास बनाता है.
टाटा यूरेका पार्क , सेक्टर 150- यहां स्मार्ट होम फीचर्स, एआई गेट एंट्री सिस्टम, फिटनेस ट्रैक, टेनिस कोर्ट, इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन आदि सुवधिाएं लोगों को लग्जरी लाइफस्टाइल का अनुभव कराते हैं.