धान के खेत के किनारे पर कर दें ये काम, दोगुनी हो जाएगी कमाई! फसल के आसपास भी नहीं फटकेंगे कीट

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Paddy Cultivation Tips: अगर आपके धान के खेत में सफेद बगुला दिखाई दे, तो इन्हें भगाएं नहीं. यह आपको नुकसान नहीं, बल्कि फायदा ही पहुंचाएंगे. बगुला किसानों का मित्र होता है और कीटों को मारता है. किसी भी फसल में यह…और पढ़ें
उत्तर-प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में किसान बड़े पैमाने पर धान की रोपाई करते हैं. धान की खेती से कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है, लेकिन कीटों के अधिक प्रकोप के कारण फसल खराब होने लगती है. कीटों से छुटकारा पाने के लिए किसान रासायनिक कीटनाशकों का प्रयोग करते है. हालांकि, धान के खेतों में अधिक कीटनाशक छिड़काव से उत्पादन तो बढ़ जाता है, लेकिन यह धान हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है.
वैज्ञानिक प्रदीप कुमार ने जानकारी दी कि धान की रोपाई के बाद खेत के चारों ओर पेड़ों की टहनियां लगा दें. इससे पक्षी उन टहनियों पर बैठेंगे और कीटों को अपने आहार के रूप में ग्रहण करेंगे, जिससे फसल में कीटों का प्रकोप कम हो जाएगा और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव नहीं करना पड़ेगा.
अगर आपके धान के खेत में सफेद बगुला दिखाई दे, तो इन्हें भगाएं नहीं. यह आपको नुकसान नहीं, बल्कि फायदा ही पहुंचाएंगे. बगुला किसानों का मित्र होता है और कीटों को मारता है. किसी भी फसल में यह पक्षी दिखाई दे, तो इन्हें भगाएं नहीं. खेत में इन पक्षियों की संख्या जितनी अधिक होगी, किसानों को उतना ही फायदा होगा.
दरअसल, बगुला एक मांसाहारी पक्षी है और कीट-पतंगों को खाकर जीवित रहता है. यह आमतौर पर फसलों में ही दिखाई देते है. धान की रोपाई से पहले जब किसान खेत में पानी छोड़कर अंतिम जुताई करते हैं, तब मिट्टी में मौजूद कीट पानी के ऊपर भागने लगते है. इस दौरान यह पक्षी खेत में जाकर इन कीटों को अपना भोजन बना लेते हैं, जिससे कीटों से छुटकारा मिल जाता है.