JEE Advanced 2025, IIT Admission: JEE Advanced 2025 के नतीजे आ गए हैं. इस परीक्षा में साउथ दिल्ली के 17 साल के उज्जवल केसरी ने ऑल इंडिया रैंक (AIR)5 हासिल किया है. जेईई एडवांस्ड की परीक्षा में 360 में से 324 मार्क्स लाकर उज्जवल ने टॉप 10 में जगह बनाई, लेकिन वह आईआईटी में एडमिशन लेना नहीं चाहते हैं. उनकी चॉइस सुनकर सब हैरान हैं. आइए जानते हैं कि उज्जवल
आईआईटी में एडमिशन (IIT Admission) न लेकर आखिर किस संस्थान से पढाई करना चाहते हैं?
JEE Advanced 2025 Result: 324 मार्क्स और टॉप 5 रैंक
उज्जवल केसरी
JEE Advanced 2025 में ऑल इंडिया रैंक 5 लाकर छा गए हैं.उन्होंने 360 में से 324 मार्क्स स्कोर किए यानी देश की सबसे मुश्किल
एंट्रेंस एग्जाम में टॉप 10 में जगह बनाई. इतने शानदार मार्क्स के साथ उसे IIT बॉम्बे और IIT दिल्ली में कंप्यूटर साइंस जैसे टॉप कोर्स में आसानी से सीट मिल सकती है, लेकिन उज्जवल ने सबको चौंकाते हुए कहा कि मैं IIT नहीं जाऊंगा!
IISc Bengaluru Admission: IISc बैंगलोर क्यों चुना?
उज्जवल का सपना कुछ अलग है.उन्होंने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि वह IISc बैंगलोर जाना चाहता हैं.उन्हें रिसर्च करनी है और उन्हें लगता है कि IIT मेरे लिए सही नहीं होगा. IIT में अच्छी पैकेज वाली जॉब्स मिलती हैं,लेकिन मेरा टारगेट वह नहीं है.उज्जवल को क्वांटम फिजिक्स में बहुत इंटरेस्ट है और वह इसी फील्ड में रिसर्च करना चाहते हैं.उसने कहा कि क्वांटम फिजिक्स बहुत इंटरेस्टिंग है और इसका फ्यूचर भी ब्राइट है.
JEE Main Exam: 8वीं से थी JEE की तैयारी
उज्जवल ने ये फैसला रातोंरात नहीं लिया.उन्होंने बताया कि वह 8वीं क्लास से ही तय कर लिया था कि 11वीं में साइंस लूंगा.फिजिक्स और मैथ्स बहुत पसंद थे, इसीलिए JEE देने का जुनून जागा.उसकी ये प्लानिंग और मेहनत रंग लाई और आज वह टॉपर्स की लिस्ट में है.
पढ़ाई के बीच डोरेमॉन का ब्रेक
उज्जवल की पढ़ाई का तरीका भी कमाल का था.वह घंटों पढ़ाई करते थे,लेकिन बीच-बीच में छोटा ब्रेक लेता और डोरेमॉन का एक एपिसोड देख लेता. उन्होंने बताया कि उन्हें एनिमेटेड फिल्म्स और डोरेमॉन बहुत पसंद है, लेकिन डिस्ट्रैक्शन से बचने के लिए वह इसे स्किप करता था. जब छोटा ब्रेक लेता, तभी देखता था.इस तरह उसने अपनी फोकस और मस्ती का बैलेंस बनाया.
क्या था तैयारी का फंडा?
उज्जवल की तैयारी का राज था उसकी कंसिस्टेंसी. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा अपने सारे सब्जेक्ट्स को बराबर टाइम देता था.चाहे वह मेरी स्ट्रेंग्थ हो या वीकनेस. मैं ज्यादा ब्रेक नहीं लेता था.बस फ्लो बनाए रखता था.उनकी ये स्ट्रैटेजी काम आई और उन्होंने JEE में धमाल मचा दिया.
फैमिली का सपोर्ट
उज्जवल अपनी फैमिली में सबसे छोटे हैं.उनकी बड़ी बहन आर्ट्स स्ट्रीम में है जबकि उज्जवल ने साइंस चुना. उनके पापा प्राइवेट जॉब करते हैं और मम्मी हाउसवाइफ हैं. फैमिली के सपोर्ट ने उज्जवल को अपने सपनों तक पहुंचने की ताकत दी.
स्टूडेंट्स को टिप: फोन से दूर रहो!
उज्जवल ने JEE की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को एक खास टिप दी.उन्होंने कहा कि फोन से दूर रहें.आजकल स्क्रीन टाइम सबसे बड़ा डिस्ट्रैक्शन है. इसे कम करना बहुत जरूरी है.उज्जवल खुद इस रूल को सख्ती से फॉलो करते थे और यही उसकी सक्सेस का राज बना.